साज ए सवाल उनके नैनो की नशा ए इश्क उनके होठों की....

By Sandeep Yadav

परवानगी और दीवानगी अनजान हो गयी शिकायते उनके नैनो की गुलाम हो गयी 

By Sandeep Yadav

जीतनी तेरी सास चलेगी उतना मेरा रूह तड़पेगा तेरी आसिया में......

By Sandeep Yadav

Title 2

उड़ाना चाहता हु आजाद पक्षियों में तेरी चाहतों को नूर बना कर ...

By Sandeep Yadav

तेरी रूप की सुवर्ण चांदनी ने   दीवाना बना दिया

By Sandeep Yadav

जैसे राधा के लिए कान्हा बना दिया किया चांदनी ने रुसवा मुझे समां ओस की बूंद.. तेरे होठों का परवाना बना दिया

By Sandeep Yadav